तीन स्टार क्रिकेटर्स ने किया इस अभियान का समर्थन

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 17 अक्टूबर 2016, 1:24 PM (IST)

मुंबई। लोकप्रिय भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने टेलीविजन चैनल स्टार प्लस की नई सोच अभियान का समर्थन करते हुए इसके साथ जुडऩे का फैसला किया है। यह अभियान महिलाओं को समाज में पीछे रखने वाली विभिन्न सामाजिक रूढि़वादी परंपराओं पर सवाल खड़े करता है।

भारत और न्यूजीलैंड की एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मुकाबले के दौरान रविवार को टीवी प्रस्तोताओं ने इसका अनावरण किया। इस अभियान में धोनी की जर्सी पर उनकी मां देवकी के नाम को देखा गया। कोहली और रहाणे की जर्सी पर भी उनकी मां सरोज और सुजाता के नाम हैं। स्टार इंडिया के प्रबंध निदेशक संजय गुप्ता ने कहा कि हम इस अनोखी पहल नई सोच के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ जुडऩे पर काफी खुश हैं।

महिलाओं को आगे बढ़ाने में स्टार प्लस अहम भूमिका निभा रहा है। इस अभियान को धोनी, विराट और रहाणे के जीवन के अनुभवों के आधार पर बनाया गया है, जिसमें दर्शाया गया है कि किस प्रकार ये तीनों आज अपनी मां के समर्थन के बदौलत इस मुकाम पर पहुंचे हैं।

दो तिहरे शतकों के बीच महाराष्ट्र अंक लेने में सफल


मुंबई। दिल्ली ने ऋषभ पंत (308) की विपरीत परिस्थितियों में खेली गई अनूठी पारी की बदौलत हार टालते हुए रविवार को महाराष्ट्र के खिलाफ मैच ड्रा करा लिया। वानखेड़े स्टेडियम में हुए रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-बी मैच में इतिहास लिखा गया। महाराष्ट्र के लिए स्वप्निल गुगाले (नाबाद 351) ने अंकित बावने (नाबाद 258) के साथ तीसरे विकेट के लिए 594 रनों की साझेदारी निभाई, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।

इससे पहले रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड विजय हजारे और गुल मोहम्मद के नाम था। उन्होंने 1946-47 में बड़ौदा की ओर से खेलते हुए होल्कर के खिलाफ चौथे विकेट के लिए 577 रनों की साझेदारी की थी। इसके अलावा रणजी ट्रॉफी का यह ऐसा दूसरा मैच रहा जिसमें दो बल्लेबाजों ने तिहरा शतक लगाया।

इससे पहले 1988-89 में तमिलनाडु और गोवा के बीच हुए मैच में डब्ल्यू. वी. रमन और कृपाल सिंह ने यह कारनामा किया था। गुगाले ने 521 गेंदों की अपनी मैराथन पारी में 37 चौके और पांच छक्के लगाए, वहीं बावने ने 500 गेंदें खेलकर 18 चौके और दो छक्के जड़े। महाराष्ट्र ने दोनों की रिकॉर्ड साझेदारी की बदौलत मैच के दूसरे दिन दो विकेट पर 635 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की।

दिल्ली ने भी ऋषभ पंत (308) की अद्वितीय पारी की बदौलत दिल्ली के विशाल स्कोर का भरपूर जवाब दिया। ऋषभ ने अपनी नायाब तिहरी शतकीय पारी में महज 326 गेंदों में 42 चौके और नौ छक्के लगाए। ऋषभ ने इस बीच तीन शतकीय साझेदारियां कीं। उन्होंने ध्रुव शोरे (71) के साथ चौथे विकेट के लिए 124, मिलिंद कुमार (45) के साथ पांचवें विकेट के लिए 117 और वरुण सूद (32) के साथ सातवें विकेट के लिए 182 रनों की साझेदारियां निभाईं।

ऋषभ की इस साहसिक पारी की बदौलत दिल्ली ने अपनी पहली पारी में 590 रन बनाए। दिल्ली की यह पारी मैच के चौथे दिन का खेल खत्म होने से करीब दो घंटे पहले समाप्त हुई। इसके बाद महाराष्ट्र के पास महज औपचाकिता निभाने के कुछ नहीं रह गया था। महाराष्ट्र ने दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए 58 रन बनाकर बिना परिणाम के मैच का समापन किया। हालांकि पहली पारी में बढ़त के आधार पर महाराष्ट्र इस मैच से तीन अंक हासिल करने में सफल रहा।

हरियाणा ने हैदराबाद को 8 विकेट से हराया


जमशेदपुर। युजवेंद्र चहल की धारदार गेंदबाजी की बदौलत हरियाणा ने कीनान स्टेडियम में हुए रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-सी मैच में चौथे दिन रविवार को हैदराबाद को आठ विकेट से मात दे दी। हरियाणा को चौथी पारी में जीत के लिए सिर्फ 85 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने नितिन सैनी (45) और चैतन्य बिश्नोई (नाबाद 20) की बदौलत 16.4 ओवरो में आसानी से हासिल कर लिया।

इससे पहले पांच विकेट पर 102 के स्कोर से आगे खेलने उतरी हैदराबाद की टीम को के. सुमंत (55) ने सधे अंदाज में आगे बढ़ाना शुरू किया। हालांकि मेहदी हसन खाता खोले बगैर दिन के दूसरे ओवर में ही पवेलियन लौट गए। हालांकि इसके बाद चामा मिलिंद (नाबाद 66) ने सुमंत के साथ 83 रनों की साझेदारी कर टीम को थोड़ा संघर्ष प्रदान किया। लेकिन मोहित शर्मा की बेहतरीन गेंदबाजी के आगे पूरी टीम 224 रनों पर पवेलियन लौट गई।

मोहित शर्मा ने इस पारी में पांच विकेट चटकाए, जबकि संजय पहल को तीन और युजवेंद्र को दो विकेट मिले। युजवेंद्र की धारदार गेंदबाजी की बदौलत हरियाणा ने हैदराबाद की पहली पारी 191 रनों पर समेट दी थी। युजवेंद्र ने पहली पारी में छह विकेट हासिल किए थे। हैदराबाद को सस्ते में समेटने के बाद हरियाणा ने सैनी (61), शुभम रोहिल्ला (60) और बिश्नोई (73) की बेहतरीन पारियों की बदौलत पहली पारी में 331 रन बनाए थे। हैदराबाद के लिए पहली पारी में मेहदी हसन ने छह और मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट चटकाए थे। इस जीत से हरियाणा ने पूरे छह अंक अपनी झोली में डाले।

पहला टेस्ट : बिशू ने पाकिस्तान पर बरपाया कहर


दुबई। पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच गुलाबी गेंद से खेला जा रहा डे-नाइट टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। वेस्टइंडीज को अंतिम दिन जीतने के लिए 251 रन की दरकार है जबकि पाकिस्तान को 8 विकेट निकालना है। इंडीज ने 346 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरे दिन स्टंप्स तक 31 ओवर में दो विकेट खोकर 95 रन बना लिए हैं। क्रेग ब्रेथवेट (6) व लियोन जॉनसन (47) पैवेलियन लौट गए हैं।

डेरेन ब्रावो (26) व मार्लोन सैमुअल्स (4) क्रीज पर हैं। दोनों विकेट मोहम्मद आमिर ने लिए। पाकिस्तान की पहली पारी 579/3 रन के जवाब में चौथे दिन वेस्टइंडीज की पहली पारी 357 रन के स्कोर पर सिमटी। कैरीबियाई टीम ने चौथे दिन अपनी पारी 315/6 के स्कोर से आगे बढ़ाई। इंडीज इसमें 42 रन का इजाफा करके आउट हो गई।

लेग स्पिनर यासिर शाह ने 5 विकेट लिए और वे टेस्ट तिखकेट में सबसे जल्दी 100 विकेट लेने वाले संयुक्त रूप से दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। पाकिस्तान को पहली पारी के आधार पर 222 रन की विशाल बढ़त मिली। पाक ने इंडीज को फॉलोऑन नहीं दिया बल्कि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मगर वेस्टइंडीज के लेग स्पिनर देवेंद्र बिशु ने 8 विकेट चटकाकर टीम की टेस्ट मैच में वापसी करा दी।

पाकिस्तान की दूसरी पारी महज 123 रन पर सिमट गई। देवेंद्र बिशु ने 49 रन देकर 8 विकेट लिए जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पाकिस्तान की तरफ से ओपनर समी असलम (44) सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। बिशु में अलावा शेनन गेब्रियल और जेसन होल्डर को एक-एक विकेट मिला।