इलाज की आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल में सरकार पीछे नहीं रहेगी: राठौड़

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 16 अक्टूबर 2016, 8:39 PM (IST)

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए लेप्रोस्कोपी सर्जरी जैसी आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास करेगी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ रविवार को यहां होटल राजपूतना शैरेटन में चल रही लेप्रोस्कोपी सर्जन की तीन दिवसीय नेशनल सेमिनार के समापन सत्र को संबोधित कर कर थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में लेप्रोस्कोपी तकनीक का उपयोग इसकी उपयोगिता को देखते हुए बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है।


इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन आॅफ गेस्ट्रो एन्डो सर्जन (एजिस) के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ.रमेश अग्रवाला ने कहा कि लेप्रोस्कोपी तकनीक भारतीय माहौल के अनुकूल है। उन्होंने बताया कि संस्था इस तकनीक को और ज्यादा सफल बनाने के लिए विभिन्न तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रही है और जयपुर में आयोजित फेजिस—2016 उसी कड़ी का एक हिस्सा है। आयोजन सचिव डॉ. जया माहेश्वरी ने कहा कि फेजिस—2016 में देशभर के करीब 150 लेप्रोस्कोपी सर्जन्स ने हिस्सा लिया है। इस सेमिनार का उद्देश्य लेप्रोस्कोपी सर्जरी के दौरान सर्जन्स के रहे अनुभवों को साझा करना रहा ताकि इसे नए सर्जन इस तकनीक को और बेहतर ढंग से उपयोग कर सके।


इससे पहले लेप्रोस्कोपी सर्जरी का लाइव प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें वीके आई स्थित ज्योति हॉस्पिटल में चल रहे आॅपरेशन को सेमिनार में शामिल प्रतिभागियों को वेबकास्ट के जरिए लाइव दिखाया गया। इस लाइव आॅपरेशन के जरिए प्रतिभागियों को लेप्रोस्कोपी तकनीक से सर्जरी के बाद शरीर के अन्दर टांके लगाने की बारिकियों और इस दौरान बरती जाने वाली सावधनियों के बारे मे बताया गया।

डा. जया ने बताया कि इस कान्फ्रेंस का निष्कर्ष यह था कि सभी डाक्टर्स ने बताया कि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए किस तरह मानव शरीर सेफ करते हुए सर्जरी की जाए। कान्फ्रेंस में आए एक्सपर्टस ने इसके तरीके भी बताएं।