मूर्ति विसर्जन में भयंकर हंगामा, लाठी चार्ज, 50 हिरासत में, पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 16 अक्टूबर 2016, 8:31 PM (IST)

लखनऊ। यूपी के देवरिया के लार कस्बे में आज दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान पुलिस विभाग द्वारा मूर्ति आयोजकों को डीजे बंद कराने को लेकर पुलिस और मूर्ति विसर्जकों में हुआ बवाल भयानक रूप ले लिया है। मूर्ति विसर्जकों ने इस पूरे घटनाक्रम में एडिशनल एसपी एन के सिंह को ज़िम्मेदार बताया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि एएसपी एन के सिंह पुलिस कप्तान मोहमद इमरान के इशारे पर लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। पुलिस के रवैये से नाराज लोगों ने एएसपी के खिलाफ नारेबाजी की। डेढ़ घंटे तक विसर्जन यात्रा रूकी रही। इस बीच स्थित को काबू में करने के लिए पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए काफी देर तक माहौल तनाव पूर्ण बना रहा। बिगड़े माहौल को काबू करने के लिए उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

रास्ते में एक मस्जिद स्थित है। जिसमे नमाज के चलते कुछ देर के लिए आवागमन बाधित कर दिया गया। इसके बाद एएसपी एनके सिंह पहुंचे और जुलूस में शामिल युवकों से डीजे का साउंड धीमी करने को कहा। इसी बीच मामला बिगड़ गया। इसमें एडीएम प्रशासन वीरेंद्र कुमार दोहरे सहित कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए। दो सरकारी वाहन सहित चार वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। नाराज युवकों ने विसर्जन यात्रा रोककर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

सूचना पाकर डीएम अनिता श्रीवास्तव और एसपी मोहम्मद इमरान पहुंचे। और मूर्ति विसर्जन कर रहे लोगों की धरपकड शुरू हुई जिससे मूर्ति विसर्जन को जा रहे लोग मूर्ति छोड़कर बिहार की तरफ भाग गए। उसके बाद पुलिस प्रशासन ने मूर्तियों को अपने हाथ से विसर्जित करवाया। प्रशासन ने 50 लोगों को हिरासत में ले लिया है। गिरफ्तारी के विरोध में क्षेत्रीय भाजपा सांसद रविंद्र कुशवाहा, सूर्य प्रताप शाही, उपेंद्र शुक्ला सहित सैकडो भाजपाई नवलपुर चौराहे पर धरने पर बैठे लोगों ने चक्का जाम किया। वहीँ पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र में धरपकड़ चालू कर दिया है। कई भाजपा नेता पुलिस की कार्रवाई से फरार हो गये हैं। डीआईजी शिवसागर सिंह ने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी और दंगा करने वाले बक्शे नहीं जायेंगे। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता डॉ मनोज मिश्र ने कहा है कि लार में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा और एक पक्षीय कार्रवाई के कारण प्रदेश में साम्प्रदायिक विभाजन बढ़ गया है। प्रदेश में व्यवस्था कायम करने की जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की है। सरकार और प्रशासन ने काम करना बन्द कर दिया है।