कोलकाता। भारतीय फुटबॉल के लिए साल 2016 मिली-जुली सफलता वाला रहा। भारतीय पुरुष टीम जहां अपने उत्साहहीन प्रदर्शन के बावजूद फीफा रैंकिंग में आगे बढऩे में सफल रही तो वहीं बेंगलुरू एफसी क्लब ने अपने शानदार खेल से इतिहास रचा। भारतीय फुटबॉल अधिकारी अगले साल भारतीय सरजमीं पर होने वाले फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी करने की तैयारियों में मशगूल रहे।
पूरे साल आई-लीग को देश की दूसरी श्रेणी के लीग टूर्नामेंट इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) को मुख्य घरेलू लीग बनाने की चर्चा भी जोर-शोर से रही। व्याक्तिगत तौर पर गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने सुर्खियां बटोरीं। वे यूरोपा लीग में खेलने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बने। उन्होंने नॉर्वे के क्लब स्टाबाएक एफसी का प्रतिनिधित्व किया। लेकिन इस साल फुटबॉल जगत में सबसे ज्यादा सुर्खियां बेंगलुरू एफसी क्लब ने बटोरीं। वह एशियन फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) कप के फाइनल में खेलने वाला भारत का पहला क्लब बना।
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