अजमेर। शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने आयुर्वेद स्वस्थ जीवन की आधारशिला है। हमने तुरंत उपचार के लिए एलोपैथी उपचार का सहारा तो ले लिया लेकिन उससे होने वाले दुष्प्रभावों की ओर नहीं देखा। अब योग और आयुर्वेद पुन: पूरे विश्व में अपनी नई पहचान बना रहा है। हम इसके व्यापक प्रचार-प्रसार में सहयोगी बनें ताकि देश की यह विरासत और जीवन पद्धति अपने पुराने स्वरूप में लौट सके।
शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी ने यह बात शुक्रवार को सूचना केंद्र में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही। आयुर्वेद वह जीवन पद्धति है जो हमारे जीवन का आधार रही है। आयुर्वेद प्राचीनकाल से ही भारत की रोजमर्रा के जीवन में शामिल रहा है। आयुर्वेद वह चिकित्सा पद्धति है जो तात्कालिक उपचार के बजाए रोग के स्थायी निदान पर जोर देती है। इससे सम्पूर्ण उपचार के बाद रोग जड़ से समाप्त हो जाता है। हमें आयुर्वेद की तरफ बढना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व में योग और आयुर्वेद का महत्व बढ़ाया है। वर्तमान में विश्व के 176 देश योग कर रहे हैं। विश्वभर में योग का महत्व प्रतिपादित हुआ है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश में खुशहाल राजस्थान , स्वस्थ राजस्थान की सोच के साथ काम कर रही हैं। राजस्थान में प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों के विकास के लिए काम किया जा रहा है। कार्यक्रम में महापौर धमेंद्र गहलोत ने कहा कि आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी हम सबकी है। इस अवसर पर आयुर्वेद के क्षेत्रा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉ. अखिलानंद दीक्षित, डॉ. शहजाद बानो, अशोक कुमार सेठी, अशोक कुमार शर्मा, सत्य नारायण कुम्हार, सत्य नारायण बारी, सुगनी देवी आदि को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में उप निदेशक डॉ. मधुसूदन शर्मा, डॉ. रामस्वरूप शर्मा, डॉ. सुशील कुमार शर्मा, डॉ. अशोक जैन, डॉ. बाबू लाल शर्मा आदि उपस्थित थे।
यह भी पढ़े :यात्रियों को रास नहीं आ रहीं स्पेशल ट्रेन, 12 में से सिर्फ 2 में यात्री
यह भी पढ़े :इलाहाबाद में हो आना तो इस प्रतिबंध पर ध्यान दें.......!
सीमा हैदर-सचिन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कोर्ट ने जेवर थाने से मांगी रिपोर्ट
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope