धर्मशाला। महिला सुरक्षा राष्ट्र की नींव है, इसी उद्देश्य को लेकर जागोरी संस्था द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिस समाज व देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं वह कभी विकसित नहीं हो सकता। यह बात जागोरी संस्था के वायलेंस इंटरवेंशन प्रोग्राम की टीम लीडर पिंकी पाल ने रक्कड़ में महिला पुलिस कर्मियों के लिए आयोजित कार्यशाला में कही। कार्यक्रम की टीम लीडर पिंकी पाल ने बताया कि कार्यशाला में भाग लेने आई विभिन्न पुलिस थानों की महिला पुलिस कर्मियों को जेंडर एवं महिला सुरक्षा कानूनों बारे जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला आयोजन का मकसद पुलिस कर्मियों को महिला हिंसा व उसके मूलभूत कारणों जैसे कि जेंडर भेदभाव, पितृसत्तात्मक सोच और मूल व्यवस्था के बारे में जागरूक करना और संवेदनशील बनाना था। [@ Exclusive:10 साल से बेडिय़ों में जकड़ी है झुंझुनूं की जीवणी]
कार्यशाला में अहिंसक बराबरी और न्यायपूर्ण समाज की स्थापना के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया गया। टीम लीडर पिंकी पाल ने बताया कि कार्यशाला के दौरान भाग लेने आई महिला पुलिस कर्मियों के महिलाओं को लेकर व्यक्तिगत व कार्यगत अनुभवों पर विचार-विमर्श भी किया गया। इसके अतिरिक्त उनके अनुभवों की रोशनी में कानूनी प्रावधानों पर अलोचनात्मक विचार भी किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला महिला पुलिस कर्मियों की कार्यगत दिक्कतों के साथ-साथ कानूनी रणनीतियों के संदर्भ में उन्हें अपने दायित्व पालन के लिए प्रेरित करने में सकारात्मक रही।
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