भिवानी। एचसीएस अधिकारी अनिल नागर ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के सचिव का पदभार संभाला है। पदभार संभालते ही अनिल नागर ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा बोर्ड में गुणवता व पारदर्शिता लाना है ताकि हमारे बोर्ड का पूरे देश में नाम हो। साथ ही नवनियुक्त सचिव ने कहा है कि वो बोर्ड में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार सहन नहीं करेंगे और स्वयं गुनेहगार होने से पहले पद से इस्तीफा दे देंगे। अनिल नागर इससे पहले हांसी व नारनौंद के एसडीएम थे। वहीं इससे पहले बोर्ड सचिव का एडीसी धीरेंद्र खङगटा के पास अतिरिक्त कार्यभार था। बोर्ड के नवनियुक्त सचिव सबसे पहले बोर्ड चेयरमैन डा. जगबीर सिंह से मिले और उनकी उपस्थिति में ही सचिव का कार्यभार संभाला। बोर्ड सचिव अनिल नागर ने बताया कि उनकी प्राथमिकता बोर्ड में गुणवता व पारदर्शिता लाना और बोर्ड की परीक्षाओं को नकल रहीत करवाना है। उन्होने कहा कि इसके लिए जल्द ही प्लान ऑॅफ एक्शन बनाया जाएगा जिससे सख्ती से लागू भी किया जाएगा। उन्होने कहा कि वो बोर्ड के अनुभवी लोगों के साथ मिलकर बोर्ड को ओर आगे ले जाने का काम करेंगे। वहीं बोर्ड में बार-बार भ्रष्टाचार होने और उसके खिलाफ यूनियन द्वारा धरने-प्रदर्शन तथा आंदोलन करने के सवाल पर अनिल नागर ने कहा कि वो बोर्ड में जीरो टोलरेंस के उपर काम करेंगे और गुनेहगार होने से पहले अपना ईस्तिफा दे देंगे। साथ ही यूनियन से प्यार व भाईचारे से बात कर समाधान करने तथा उसके बाद भी ना मानने पर सख्ती से काम लेने की बात कही। अब देखना होगा कि पहली बार बङी-बङी बातें करने वाले सचिव बोर्ड बोर्ड को किस दिशा में लेकर जाते हैं। वैसे मार्च में होने वाली 10वीं व 12वीं की वार्षिक परिक्षाएं और उसके बाद होने वाली एचटेट परीक्षा बोर्ड सचिव के दावों की परीक्षा होगा। खासकर एचटेट परीक्षा बोर्ड के नवनियुक्त सचिव की असल परीक्षा होगा। [@ शादीशुदा सरपंच बना मजनूं, महिला के साथ बातचीत की ऑडियो हुई वायरल]
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