झाँसी | अधिक से अधिक किसान जैविक खेती को अपनाये ताकि उत्पादन उत्पादकता के साथ ही आमदनी में बढोत्तरी हो सके। जैविक खेती करने में लागत भी कम व मृदा का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। ये जानकारी उप कृषि निदेशक डॉ. यू.पी. सिंह ने विकास खण्ड बबीना की ग्राम पंचायत डगरवाहा के अन्तर्गत ग्राम गणेशगढ़ में जैविक खेती के माध्यम से मूंगफली क्राप कटिंग के प्रदर्शन को देखते हुए उपस्थित ग्रामीणों को दी।उन्होंने ग्राम गणेशगढ़ के किसान प्रदीप कुमार के खेत पर क्राप कटिंग के माध्यम से मूंगफली उत्पादन जैविक द्वारा के आंकडो पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि 18.2 कुन्तल प्रति हेक्टेयर औसतन पैदावार हुई जो बेहतर है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती को जनपद के सभी किसान अपना लें तो निःसंदेह किसानों को पैदावारी में लाभ होगा। खेती में कम खर्च होगा। साथ ही मृदा में पोषक तत्वों में बढोत्तरी होगी जिसमें मृदा का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
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