झांसी।
अब तक यूपी इलेक्शन के चार चरण के
चुनाव हो चुके हैं। 23 फरवरी
को बुंदेलखंड
में चौथे चरण का चुनाव हो चुका है। दो चरण अभी बाकी है। यूपी में सरकार कौन बनाएगा और किसकी हार होगी,
इसका सभी को इंतज़ार है। [ श्याम मसाले ने कराई घर घर में मौजूदगी दर्ज] [ इनसे मिलिये... इन्होंने ट्रेन में चुराया होगा आपका माल] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
यूपी इलेक्शन का रिजल्ट 11 मार्च को आएगा। 13 मार्च को होली है। कोई
भी हार स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है, इससे बौखलाहट के चलते होली के दिन या उसके बाद भी बवाल
की प्रबल आशंका है।
सपा-कांग्रेस गठबंधन, भाजपा, बसपा के प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हार-जीत
के लिए राजनैतिक दलों से जुड़े अभी से ही लोग अति उत्साहित
हैं। ऐसे में आशंका है कि 11 मार्च को आने वाला रिजल्ट 13 मार्च को होने वाली होली पर रंग में भंग डाल सकता है। रंग में भंग न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन के सामने हर स्थिति से निबटना बड़ी चुनौती होगी।
पुलिस को व्यवस्था ठीक करने के लिए अधिक मेहनत करनी
होगी।
बुंदेलखंड में भाजपा, बसपा, कांग्रेस-सपा के कई बड़े प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। झाँसी के गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव गरौठा
से तीसरी बार विधायक बनने को उतरे। वह
तीसरी बार मैदान में हैं, लेकिन पहली बार भाजपा के प्रत्याशी जवाहर राजपूत से कड़ी टक्कर मिली है। यहाँ नतीजे अप्रत्याशित भी हो सकते हैं। चुनाव के दौरान दोनों पक्षों के बीच झड़पें भी
हो चुकी हैं। ऐसे में माना जा रहा है
कि रिजल्ट जिसके भी पक्ष में आये।
हारने वाला पक्ष बौखलाहट में चुनावी भड़ास निकाल सकता है।
वहीँ, बबीना विधानसभा सीट की स्थिति भी रोचक है। यहाँ राज्यसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव ने सपा
प्रत्याशी के तौर पर अपने पुत्र यशपाल सिंह यादव को मैदान
में उतारा था। सपा को यहाँ से बसपा व भाजपा से कड़ी टक्कर
मिल रही है। ऐसे में अगर यहाँ
नतीजे उलटते हैं तो यह स्थिति बिगाड़ने वाला हो सकता है।
मऊरानीपुर विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक रश्मि
आर्या हैं। दूसरी बार मैदान में उतरी रश्मि आर्य
को भाजपा और बसपा से कड़ी टक्कर मिली। यहाँ
भी नतीजे उलट सकते हैं। रश्मि आर्य के पति जय
प्रकाश आर्य की छवि से सभी वाकिफ हैं।
ऐसे में
यहाँ भी स्थिति बिगड़ने की संभावनाएं हैं।
झाँसी सदर सीट पर बीजेपी विधायक
रवि शर्मा को बसपा से कड़ी टक्कर मिल रहे हैं। बसपाई अपनी जीत के लिए आश्वस्त हैं। कुछ दिन पहले बसपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हो चुकी हैं। ऐसे में इस सीट पर आने वाला रिजल्ट भी
अशांति ला सकता है।
इसी तरह बुंदलेखंड की अन्य सीटों पर भी कई बड़े
नामों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
बाँदा से कांग्रेस के विधायक विवेक सिंह चौथी बार विधायक बनने की उम्मीद से मैदान
में उतरे। ललितपुर से ज्योति लोधी, चित्रकूट के कर्वी से दस्यु ददुआ के
सपा विधायक पुत्र वीर सिंह पटेल की हार या जीत माहौल पर असर डाल सकती है।
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