सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोसायटी एंड पॉलिटिक्स, कानपुर के निदेशक प्रो. एके
वर्मा कहते हैं कि पार्टियों में प्रोफेशनल हायर करने का चलन बढ़ रहा है,
क्योंकि अब वोटिंग बिहेवियर बदल रहा है। युवा वोटर विकास चाहता है, अपनी
जिंदगी में बदलाव चाहता है। जार्डिंग अखिलेश की क्लीन और डेवलपमेंट की इमेज
को लेकर गांवों में जा रहे हैं। वोटर काम को पहचानता है, सिर्फ उसे समझाने
की जरूरत है। यही काम जार्डिंग सपा के लिए कर रहे हैं।
हालांकि, अलीगढ़
मुस्लिम यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर अब्दुल रहीम कहते
हैं कि प्रोफेशनल्स पार्टी को राय तो अच्छी देंगे ही, लेकिन जमीनी स्तर पर
काम तो पार्टी कार्यकर्ताओं को ही करना होगा। इस समय कांग्रेस का
कार्यकर्ता सुस्ती में है और सपा में बड़े बिखराव की हालात है, तो यह मान
लेना चाहिए कि दोनों पार्टियों के प्रोफेशनल्स की प्रतिष्ठा दांव पर लगी
हुई है।
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