लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बगावती तेवर दिखा रहे नेताओं को समाजवादी पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है। पार्टी की ताजा कार्रवाई में महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रंजना बाजपेई और पूर्व विधायक डॉ पीके राय सहित नौ नेताओं छह वर्ष के लिए पार्टी से बाहर कर दिया है। रंजना बाजपेई पर आरोप है कि वह इलाहाबाद में अपने बेटे को भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़वा रही हैं। उन पर पार्टी प्रत्याशियों का विरोध करने और दूसरे दलों का प्रचार करने का आरोप लगा है। [# यूपी चुनाव: ये कैसा गठबंधन? कई सीटों पर सपा व कांग्रेस प्रत्याशी आमने-सामने] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
रंजना बाजपेई को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है। उन्होंने ही डॉ. बाजपेई को महिला सभा का अध्यक्ष नियुक्त किया था। परिवार में संग्राम के दौरान वह शिवपाल-मुलायम के साथ खड़ी थीं। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उनके बेटे को इलाहाबाद उत्तर से प्रत्याशी बनाया है, वह उसके प्रचार में लगी है।
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