नई दिल्ली। विश्व टीकाकरण सप्ताह के दौरान वैश्विक जागरूकता अभियान के तहत टीकाकरण से रोकी जा सकने वाली बीमारियों के लिए टीकाकरण करवाने की दर बढ़ाने और जागरूकता फैलाने की कोशिश अप्रैल के अंतिम सप्ताह में की जाती है। इस मौके पर आईएमए टीकाकरण को गंभीरता से लेने के लिए जागरूकता बढ़ा रहा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मानद महासचिव डॉ के.के. अग्रवाल कहते हैं, ‘‘टीकाकरण हमें बचपन से लेकर बुढ़ापे तक 25 बीमारियों और संक्रमण से बचाता है। लेकिन लोगों में इस बारे में जागरूकता की बहुत कमी है। लोग यह तो जानते हैं कि बच्चों को टीकाकरण की आवश्यकता होती है, लेकिन वह बड़ों के टीकाकरण को नजरअंदाज कर देते हैं। टीकाकरण हमें गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचा सकता है और समय पर करवाई गई वैक्सीनेशन विशेषकर 65 साल से जयादा उम्र के लोगों की वैक्सीनेशन काफी अहम होती है।’’
कुछ सूत्र-
* 18 साल से उपर उम्र के सभी लोंगों का टीकाकरण होना चाहिए। 65 साल से ज्यादा डायब्टिक्स और हार्ट पेशेंट के लिए भी यह बेहद आवश्यक है।
* हर दस साल बाद टेटनस टॉक्साइड का टीका लगवाना चाहिए और हर पांच साल बाद एक एक्सट्रा डोज दिलवानी चाहिए।
* 60 से ज्यादा उम्र वालों को हरपस जोसटर की जरूरत पड़ सकती है।
* सभी बालिगों को हैपेटाइटस बी देना चाहिए।
* बालिगों को ज्यादातर वैक्सीनेशन कंधे के मसल पर दी जाती है।
* निमोनिया और फ्लू की वैक्सीनेशन एक साथ दी जा सकती है।
* सभी टीके सुरक्षित होते हैं और इनके बेहद मामूली साइड इफेक्ट होते हंै।
* रिसर्च में पता चला है कि दिल के रोगियों और डायबिटिक को टीकाकरण से बीमारियों और जानलेवा स्थितियों से बचने में मदद मिलती है।
(आईएएनएस)
आम चुनाव-2024 : राजस्थान में 12 सीटों पर कम हुआ मतदान, बीजेपी में बेचैनी बढ़ी, 25 में से 25 सीटें जीतना मुश्किल
अमित शाह आज राजस्थान और उत्तर प्रदेश में चुनावी रैली को करेंगे संबोधित
पाकिस्तान में बारिश का कहर, 87 लोगों की मौत, 80 से ज्यादा घायल
Daily Horoscope