नई दिल्ली: नोटबंदी के कारण आम लोगों की
परेशानी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही केंद्र सरकार ने विभिन्न जनसेवाओं में 500
रुपये के पुराने नोट के इस्तेमाल की छूट गुरुवार को 15 दिसंबर तक बढ़ा
दी है। हालांकि 1000 रुपये के नोट का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर
दिया गया है। इसके साथ ही सरकार ने बैंक और डाकघरों से हजार और पांच सौ के नोट
बदलीकरण की सुविधा को गुरुवार की मध्यरात्रि से समाप्त कर दिया है। यानी अब 500 और
1000 के नोटों की बदली नहीं होगी। इन्हें बैंक या डाकघरों के खातों में
जमा कराना होगा।
उधर, गुरुवार की देर रात मंत्रिमंडल की बैठक
में नोटबंदी के बाद खातों में सीमा से अधिक बेहिसाब जमा राशि पर 60
प्रतिशत के करीब आयकर लगाने के लिए कानून में संशोधन पर चर्चा हुई। नोटबंदी के बाद
जनधन खाते में दो सप्ताह के भीतर 21,000 करोड़ रुपये जमा सरकार ने केंद्र और
राज्य सरकारों, नगरपालिकों और स्थानीय निकायों द्वारा संचालित
स्कूलों-कॉलेजों में 500 के पुराने नोटों से प्रति छात्र 2000
रुपये तक की फ़ीस के भुगतान की अनुमति दी है। आधिकारिक बयान के अनुसार केवल बिजली
और पानी के मौजूदा और पुराने बिलों का भुगतान किया जा सकेगा। यह छूट केवल
व्यक्तियों और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए होगी।
बयान में यह भी
कहा गया है कि सरकार ने जिन सेवाओं में पुराने प्रतिबंधित नोटों को जमा कराने की
छूट दी है उनमें भी भुगतान केवल 500 रुपये के पुराने नोट के जरिये किया जा
सकेगा। यानी 1000 रुपये का नोट कहीं नहीं चलेगा। बयान में कहा
गया है कि काउंटरों के ज़रिए पुराने नोटों की अदला बदली में गिरावट आने के
मद्देनजर नोट बदलने की प्रक्रिया बंद की गई है। अक्षय कुमार की फिल्म ने तोड़ी पांच हजार साल पुरानी परंपरा ! SEE PICS
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