हमीरपुर( सुशील) । राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेन्द्र राणा ने कहा है कि नोटबंदी से समाज का हर तबका परेशान है। इससे शहर के व्यापारियों का व्यापार तो कम हुआ ही है साथ में ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे दुकानदार भी प्रभावित हैं। राणा ने प्रैस को जारी एक बयान में कहा कि नोटबंदी से आर्थिक व्यवस्था चरमरा सी गई है। अगर समय रहते इस स्थिति को सुधारा नहीं गया तो इसके परिणाम बहुत घातक होंगे।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह का संसद में दिये गए बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि अगर जीडीपी 2 प्रतिशत गिरती है तो 1.20 करोड़ लोग बेरोजगार होंगे। आज लोगों के पास नकदी नहीं है जिससे वह व्यय नहीं कर पा रहे हैं, इस कारण बाजार से मांग खत्म हो गई है, उत्पादन प्रभावित हो रहा है परिणाम स्वरूप उद्योग बंद हो रहे हैं, जिससे बेरोजगारी बढने लगी है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के 29वें दिन भी समस्या में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। लोग अपनी ही कमाई को लेने के लिए बैंक के चक्कर काट रहे हैं जबकि घंटो एटीएम की लाईन में लगकर दो हजार का नोट मिल भी रहा है वह भी परेशानी ही दे रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि नोटबंदी से पैदा हुए नगदी के प्रवाह को सुधारने के लिए केन्द्र सरकार उपयुक्त कदम उठाए।
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