इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन आॅफ गेस्ट्रो एन्डो सर्जन (एजिस) के नेशनल
प्रेसिडेंट डॉ.रमेश अग्रवाला ने कहा कि लेप्रोस्कोपी तकनीक भारतीय माहौल के
अनुकूल है। उन्होंने बताया कि संस्था इस तकनीक को और ज्यादा सफल बनाने के
लिए विभिन्न तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रही है और जयपुर में
आयोजित फेजिस—2016 उसी कड़ी का एक हिस्सा है। आयोजन सचिव डॉ. जया माहेश्वरी
ने कहा कि फेजिस—2016 में देशभर के करीब 150 लेप्रोस्कोपी सर्जन्स ने
हिस्सा लिया है। इस सेमिनार का उद्देश्य लेप्रोस्कोपी सर्जरी के दौरान
सर्जन्स के रहे अनुभवों को साझा करना रहा ताकि इसे नए सर्जन इस तकनीक को और
बेहतर ढंग से उपयोग कर सके।
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