अजमेर। राज्य सरकार की ओर से जिले की विद्युत व्यवस्था को निजी हाथो में सौपने की कवायद को उस समय झटका लगा जब निजीकरण टेंडर प्रक्रिया के लिए केवल तीन ही फार्म आए। इसके चलते टेंडर प्रकियां को निरस्त करना पड़ा। अजमेर शहर के विद्युत सर्किल को निजी हाथो में सौपने की तैयारी कर चुके अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को लगातार आठवी बार यह टेंडर स्थगित करने पड़े हैं। निगम के एमडी एम. आर. विश्नोई ने बताया की मात्र तीन टेंडर आने से एवीवीएनएल नेगोशीएशन की स्थिति में नही आ पा रहा है। टेंडर प्रक्रिया को स्थगित करने की घोषणा किए जाने से पहले विश्नोई को अपने ही कर्मचारियों और कांग्रेस के जोरदार विरोध का सामना करना पड़ा। कांग्रेस नेताओं और एवीवीएनएल कर्मचारियों ने वैशाली नगर स्थित मुख्यालय पहुच कर निजीकरण का विरोध किया। आक्रोशित कर्मचारियों और कांग्रेस ने मुख्यालय भवन में सरकार और निजीकरण के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कांग्रेस ने इस मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पहले ही आन्दोलन छेड़ रखा था। [# शादीशुदा सरपंच बना मजनूं, महिला के साथ बातचीत की ऑडियो हुई वायरल] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
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