उदयपुर। कृषि में खरपतवार बड़ी समस्या के रूप में उभरा है और इससे निपटने के लिए हर समय नए प्रयोग किए जा रहे हैं। लेकिन समय के साथ नए खरपतवार चुनौती के रूप में सामने आए हैं। ये कहना है खरपतवार निदेशालय के निदेशक डॉ ए आर शर्मा का। जो आरसीए में चल रही 24वीं वार्षिक समीक्षा बैठक के दौरान बोल रहे थे। दो दिवसीय इस समीक्षा बैठक में खरपतवार कोर्डिनेटेट रिसर्च प्रोजेक्ट के 23 सेंटर्स से जुड़े कृषि वैज्ञानिक भाग ले रहे है। इस बैठक के उद्घाटन सत्र में भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के सहायक निदेशक डॉ एस भास्कर ने भी शिरकत की। भास्कर ने कहा कि खेती में समय के साथ जो खरपतवार पैदा हो रहे हैं। उनको खत्म करने की दिशा में काम किया जा रहा है। लेकिन इसमें और ज्यादा काम करना बाकी है। दो दिन की इस बैठक के कॉर्डिनेटर प्रो अरविन्द वर्मा ने बताया कि खरपतवार प्रबंधन पर भारतीय समन्वित अनुसन्धान परियोजना संचालित है। उसी के दायरे में वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। डॉ वर्मा ने कहा कि कृषि पैदावार को खरपतवार काफी प्रभावित करते है। ऐसे में सामने आ रही समस्याओं और भविष्य की चुनौतियों से निपटने की दिशा में काम किया जा रहा है। [ श्याम मसाले ने कराई घर घर में मौजूदगी दर्ज] [ इस पहाड़ से प्रकट हुई थी ज्वाला मां की स्वयंभू प्रतिमा] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
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