हमीरपुर (सुशील)। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने युवाओं से नशीले पदार्थों से दूर रहने तथा अपनी ऊर्जा सकारात्मक गतिविधियों में लगाने की अपील की है। वह आज एनआईटी हमीरपुर में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम आचार्य की पाठशाला में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में राजकीय तथा निजी स्कूलों के लगभग 30 विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति में 16 वर्ष की आयु में अनेक शारीरिक व मानसिक बदलाव आते हैं और यह ऐसी अवस्था होती है, जब दिमाग से लिए निर्णय सफल होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सर्म्पण, समझदारी तथा पूर्ण विवेक के साथ कार्य करने की अपील की। [# तैमूर ने 1399 में कांगडा को कब्जाकर दोनों हाथों से लूटा] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
उन्होंने कहा कि अभिभावक और अध्यापक अपने बच्चों तथा शिष्यों के सही संरक्षक हैं और विद्यार्थियों को उन्हें अपने मार्गदर्शक के रूप में अपनाकर उनका सम्मान करना चाहिए। गुरूकुल में बतौर अध्यापक अपने अनुभवों को सांझा करते हुए हुए आचार्य देवव्रत ने कहा कि मनुष्य को जीवन में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है लेकिन हर समय प्रत्येक समस्या का समाधान भी है और हमें ईमानदारी से सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩा चाहिए। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से जीवनशैली की पारम्परिक भारतीय प्रणाली को अपनाने तथा प्रौद्योगिकी के आधुनिक विज्ञान की जानकारी प्राप्त करने को कहा।
उन्होंने सलाह दी कि जंक फूड तथा रासायनिक उत्पादों का प्रयोग न करें, क्योंकि वे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, प्राकृतिक खेती तथा गौ-पालन व समरस्ता इत्यादि जैसे सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों पर अपने मिशन की जानकारी दी। आचार्य देवव्रत ने छात्र-छात्राओं के साथ सवांद भी किया और विभिन्न राष्ट्रीय व सामाजिक मुद्दों के संबंध में उनके प्रश्नों के उत्तर दिए। राज्यपाल ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने आयोजकों को इस गतिविधि के प्रोत्साहन के लिए एक लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
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