पहली सूची जारी होने पर वे थोड़े निराश थे, लेकिन जब उम्मीदवारों की दूसरी
सूची जारी हुई तो साफ हो गया कि कांग्रेस आलाकमान ने बंगा क्षेत्र से उनकी
टिकट काट दी है। आप कह सकते हंै कि सदन में जूता फेंकना उनके लिए एक तरह से
अभिशाप साबित हुआ। दस साल से कांग्रेस के पंजाब में सत्ता में आने की बाट
जोह रहे सूंढ़ विधायक बनने के बजाये जूता कांड की वजह से अब सदन से सडक़ पर आ
गए हैं। [@ वर्ष 2016 की वे खबरें जो बनी पूरे विश्व में चर्चा का विषय ]
आप विधायक जरनैल सिंह की स्थिति इसके ठीक उलट है। जरनैल
सिंह विधानसभा चुनावों में आप उम्मीदवारों की मदद के लिए इन दिनों पंजाब
में डेरा डाले हुए हैं। अखबारों में कभी-कभी उनके पंजाब में आप के सत्ता
में आने पर मुख्यमंत्री बनने की खबरें भी छपती रहती हैं। दिल्ली में
पत्रकारिता के दिनों में एक प्रेस कांफें्रस के दौरान उन्होंने तब के
केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम पर जूता फेंक दिया था और अखबार के प्रबंधकों
ने बिना देर किए उन्हें नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
नौकरी
खो कर सडक़ पर आये जरनैल सिंह की प्रतिभा को आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल
ने पहचानने में देर नहीं की। उनसे संपर्क किया, आप में शामिल किया,
विधानसभा चुनाव में पार्टी की टिकट दी, जोर-शोर से चुनाव अभियान चलाया और
परिणाम उनके पक्ष में आया। चिदंबरम पर जूता फेंकने के बाद जरनैल सिंह किसी
पहचान के मोहताज नहीं रह गए थे। उन्हें खूब पब्लिसिटी मिली और वे एक सिख
चेहरे के तौर पर आसानी से दिल्ली विधानसभा में पहुंच गए। जूते ने जरनैल
सिंह की किस्मत ऐसी पलटी कि कुछ ही दिनों में उन्होंने सडक़ से विधानसभा तक
का रास्ता तय कर लिया।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope