नई दिल्ली। समाजवादी कुनबे में विवाद अभी भी थमा नहीं है अब शुक्रवार का इंतजार है जब चुनाव आयोग सिंबल पर अपना फैसला सुनाएगा,उसके बाद ही अगली तस्वीर जो अभी धुंधली है वो साफ होगी। [@ खासखबर EXCLUSIVE: यूपी इलेक्शन में क्या गुल खिलाएगा डिजिटल वॉर ?]
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने को लेकर पिता-पुत्र एक दूसरे से खासे खफा है।तमाम पार्टी से जुड़े लोगों का मानना है कि पूरे झगड़े की जड़ में कहीं न कहीं रामगोपाल यादव, शिवपाल यादव और अमर सिंह हैं।
हालांकि जब भी मौका लगता है अखिलेश या मुलायम दोनों दर्शाते हैं कि पार्टी में सब कुछ ठीक है।लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो ये लगातार कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी बिखर का टूट जाए। जानकारों की मानें तो अखिलेश को लगता है उनके पिता मुलायम के साथ जो लोग वह मुलायम का इस्तेमाल कर रहे हैं और यहीं वजह है कि अखिलेश चाहते हैं कि वो पार्टी की कमान संभाल लें।अखिलेश को डर है कि मुलायम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने पर विधानसभा चुनावों में सब कुछ उनके मन मुताबिक नहीं होगा जिसका नुकसान पार्टी को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। लिहाजा अखिलेश यादव ये चाहते हैं कि कम से कम उन्हें मार्च तक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहना दिया जाए।
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