नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा
मुफ्ती ने श्रीनगर में गुरुवार को कश्मीर हिंसा को लेकर साझा प्रेस
कॉन्फ्रेंस की। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कश्मीर के आवाम से अपील की कि वे
शांति और अमन कायम करने में सरकार और सेना की मदद करें। गृह मंत्री ने कहा
कि हम सभी से बात करने को तैयार हैं, लेकिन सभी को कश्मीर की पीड़ा को
समझना होगा।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के दौरे के दूसरे दिन आज गृहमंत्री
राजनाथ सिंह ने महबूबा मुफ्ती सहित कई नेताओं, सिविल सोसाइटी के लोगों से
मुलाकात की। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजनाथ सिंह ने कश्मीर के हालात
पर अपनी चिंता जताई। इस मौके पर राजनाथ और महबूबा ने साफ किया कि गड़बड़ी
फैलाने वाले मास्टरमाइंड लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। राजनाथ सिंह
ने कहा कि मैं कल से अब तक 300 लोगों से मिल चुका हूं। 20 प्रतिनिधिमंडल से
बातचीत हुई है। सभी लोग कश्मीर में अमन चाहते हैं, मौजूदा हालात से बेहद
दुखी हैं। हमारे यहां सुरक्षाबल के जवान भी मारा जाता है। कश्मीर के हालात
को लेकर हम भी दुखी हैं इसीलिए मैंने ट्वीट किया था और कहा था कि
कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत के नाते बात करने मैं यहां आया हूं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि बिना कश्मीर के भविष्य को बनाए कोई हिंदुस्तान के
भविष्य की कल्पना नहीं कर सकता। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे युवाओं
को भडक़ाने और उनके हाथों में पत्थर थमाने वाले लोगों की पहचान करें।
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