भरतपुर। भारतीय मजदूर संघ की जिला स्तरीय बैठक सोमवार को प्रदेश कार्याध्यक्ष राजबिहारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 18 नवंबर को जयपुर में होने वाली विशाल रैली के संबंध में चर्चा की गई।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि राजस्थान में वर्तमान राज्य सरकार की सभी नीतियां शुरू से ही श्रमिक विरोधी रही हैं, उन्होंने कहा कि सरकार अधिकतर सार्वजनिक विभागों को निजी क्षेत्र में सौंपने में लगी हुई है। परिवहन, विद्युत एवं जलदाय जैसे बड़े विभागों में भी निजीकरण का दौर चालू है। इसका वे विरोध करते हैं। प्रदेश कार्याध्यक्ष राजबिहारी शर्मा ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ ने वर्तमान प्रदेश सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों एवं कार्यशैली के विरोध में 18 नवंबर को जयपुर में विशाल रैली कर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी जिलों में रणनीति बनाई जा रही है तथा 18 नवंबर को आयोजित रैली में करीब 1 लाख श्रमिकों की भागीदारी का लक्ष्य रखा है। इस अवसर पर भरतपुर संभाग प्रभारी मैंबर सिंह कुंतल ने कहा कि भरतपुर से करीब 1000 श्रमिक इस रैली में भाग लेने जाएंगे। बैठक में भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह, संभागीय उपाध्यक्ष नीरज शर्मा, भारतीय मजदूर संघ के जिला महामंत्री भागीरथ सिंह, विद्युत प्रसारण जिला मंत्री लाखन सिंह गुर्जर सहित रोडवेज, विद्युत, जलदाय, गोला बारूद व आगंनबाड़ी से भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ता मौजदू रहे।
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