30 दिसंबर को मुलायम सिंह यादव ने बेटे अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल यादव को उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के दंड स्वरूप पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। [@ टाइटेनिक हादसे पर नया खुलासा,जहाज डूबने की असली वजह कुछ और...]
अगले दिन आजम खान की समझाईश के बाद मुलायम सिंह ने अखिलेश और रामगोपाल को पार्टी में वापस ले लिया। उधर पार्टी से निकाले जाने के बाद बौखलाए सीएम अखिलेश ने अपने विधायकों की एक बैठक बुलाई जिसमें पार्टी के करीब 200 विधायक शामिल हुए।
नए साल के पहले ही दिन पार्टी में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिला। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने अखिलेश यादव को पार्टी का नया अध्यक्ष घोषित कर दिया। कार्यकारिणी ने चाचा शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया वहीं अमर सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope