उदयपुर। हाल ही में पाटीदारों को आरक्षण देने के मामले पर गुजरात सरकार की ओर से वार्ता की पहल करने पर पटेल पाटीदार आरक्षण के संयोजक हार्दिक पटेल के बुलावे पर आंदोलन से जुड़े 200 पदाधिकारी व कार्यकर्ता मंगलवार को उदयपुर पहुंचे। इनमें भाजपा का एक एमएलए भी शामिल थे, हार्दिक ने सभी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से सरकार द्वारा वार्ता के बुलावे पर चर्चा की और 11 सदस्यीय टीम को नियुक्त कर उन्हें आगामी रणनीति बताई।
हार्दिक पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हाईकोर्ट के सख्त आदेश के कारण वह इस टीम में शामिल नहीं हो पाए। ये सभी कंवीनर सरकार के पास जाकर दो टूक बात करेंगे। इनमें चार प्रमुख शर्तें रखी जाएंगी, जो पूर्व में भी अवगत करा दी गई थी। पटेल ने कहा कि शर्तों में प्रमुख से पटेल पाटीदारों को आरक्षण, आंदोलन के दौरान जिसने भी जनता पर लाठी चार्ज व गोली चलाई उसे तत्काल सस्पेंड किया जाए, जो लोग मारे गए व जेल भी गए उनके लिए मुआवजा दिया जाए, उनके परिवारजनों को एक सरकारी नौकरी दी जाए और इन आंदोलन के दौरान जो देशद्रोही जैसे मुकदमे दर्ज हुए, वे वापस लिए जाएं। पटेल ने कहा कि सरकार का ये प्रयास इसलिए किया जा रहा है क्योंकि चुनाव आ रहे हैं।
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