पटियाला। सरकारी तंत्र से तंग आकर स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने बुधवार को अपने परिजनों के साथ शहर में रोष मार्च निकाला। पीड़ित गुरपीआर भट्टी ने आरोप लगाया कि उसे ईमानदारी की सजा मिली है और पिछले 1 महीने के भीतर ही उसका 10 बार तबादला कर दिया गया। जबकि उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अधिकारियों के गलत कार्यों का विरोध किया था। भट्टी के मुताबिक पिछले दिनों जब वह पंजाब के तलवंडी साबो में तैनात था। तो उसने एक अवैध इमारत के खिलाफ आवाज उठाई थी। जिसके चलते उसकी बदली एक के बाद एक दस बार कर दी गई और परेशान किया जा रहा है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने भट्टी के आरोपों की जांच करने की बजाय उसके इस्तीफे को मंजूर कर लिया और उसे वीआरएस भी दे दिया।
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