लखनऊ। भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर की पत्नी और उनकी
नाबालिग बेटी के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा
अभद्र टिप्पणी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता शनिवार को सड़कों पर उतर आए।
पार्टी की सभी जिला इकाइयां बेटी के सम्मान में, भाजपा मैदान में बैनर के
तहत प्रदर्शन कर रही है।
बसपा के गुरुवार के प्रदर्शन के दौरान
दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह और उनकी बेटी के खिलाफ अभद्र व धमकीभरी भाषा
के इस्तेमाल के लिए बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और अन्य नेताओं की
गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा के नेता शनिवार को राज्यपाल से मिले
हैं।
भाजपा महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बसपा सुप्रीमो
मायावती को सिद्दीकी के मामले में भी समान कदम उठाना चाहिए, जैसा कि भाजपा
ने दयाशंकर सिंह के मामले में किया।
दयाशंकर की बीजेपी में वापसी की करेंगे मांग ...
बता दें, बीएसपी और बीजेपी के बीच चल रही लडाई में शनिवार को बीजेपी के एक
सांसद का बडा बयान सामने आया है। बलिया में सलेमपुर से बीजेपी के सांसद
रवींद्र कुशवाहा ने कहा है कि अगर मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को
पार्टी से नहीं निकाला तो वो बीजेपी आलाकमान से दयाशंकर सिंह की पार्टी में
वापसी की मांग करेंगे।
बलिया में बीजेपी सांसद रवींद्र कुशवाहा ने कहा कि दयाशंकर के बयान के बाद
बीजेपी ने उनके खिलाफ कडी कार्रवाई करते हुए पार्टी के सभी पदों से हटाते
हुए 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है. लेकिन दयाशंकर के परिवार
के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के
खिलाफ मायावती ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
इसके साथ ही सांसद रवींद्र कुशवाहा ने कहा है कि नसीमुद्दीन द्वारा की गई
अभद्र टिप्पणी पर अगर मायावती ने उनको पार्टी से नहीं निकाला और अगर उनकी
गिरफ्तारी नहीं हुई तो वो अपने सभी कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी आलाकमान से
दयाशंकर की सम्मान के साथ वापसी की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर माया
नसीमुद्दीन की टिप्पणी को गलत नहीं मानतीं तो दयाशंकर ने भी मायावती के
खिलाफ कोई अभद्र टिप्पणी नहीं की है।
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