नूंह।
मेवात जिले के आंधाकी गांव का मुजम्मिल करीब 9 साल बाद घर लौटा है।
मुजम्मिल के घर लौटने से घरवाले बेहद उत्साहित हैं। मुजम्मिल के आने की
ख़ुशी ने घर तो दूर गांव में भी त्यौहार जैसी रौनक ला दी है। मुजम्मिल से
मिलने वालों का तांता लगा हुआ है। [# गुरूग्राम में बना हरियाणा का पहला चाइल्ड पुलिस स्टेशन] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
हर कोई अधेड़ उम्र के मुजम्मिल से मिलकर
उसकी आपबीती जानने को बेताब नजर आ रहा है। 9 साल बाद घर लौटा मुजम्मिल भी
अपनों के बीच आकर बेहद खुश है। आपको बता दें कि आंधाकी गांव का मुजम्मिल
पडोसी जिला अलवर के चिकानी गांव की लड़की के पास रहता था। वहां से कुछ लोग
उसे उठाकर लेकर गए। परिवार और मुजम्मिल के मुताबिक उसे रोहतक और जींद जिले
में इस दौरान रखा गया। जहां उससे खेती बाड़ी का काम कराया गया। अनपढ़ता के
चलते वह घर नहीं आ सका। घरवालों के मुताबिक मुजम्मिल दिमागी हालत से भी
कमजोर नहीं है। मुजम्मिल से कुछ लोग यूपी के मिले , जिनको उसने सारी
आपबीती बताई।
यूपी के लोगों ने मुजम्मिल की दास्तान को सोशल मीडिया पर डाल
दिया। सोशल मीडिया पर प्रचार हुआ तो मुजम्मिल के परिवार वालों ने उसे खोज
लिया। दर्जनों लोग कई दिन पहले मुजम्मिल को लेकर आंधाकी गांव पहुंचे तो
मुरझाये चेहरे भयउ खिल गए। पीड़ित परिवार की मानें तो पुलिस ने अपहरण से
लेकर कई साल बाद मिलने के बाद भी कुछ नहीं कर रही है। परिवार के लोग पुलिस
से मिलकर कार्रवाई की फरियाद कर रहे हैं , लेकिन मेवात से लेकर राजस्थान की
पुलिस से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। मुजम्मिल शादीशुदा था , लेकिन बीमारी
के कारण पत्नी दुनिया छोड़ चुकी है। कुल मिलाकर सोशल मीडिया की वजह से आज
अधेड़ उम्र का मुजम्मिल 2008 के बाद 2017 में परिवार से मिल पाया है।
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