अमरीष मनीष शुक्ला,इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 20 फरवरी को अखिलेश-राहुल का इलाहाबाद में रोड से कैंसिल कर दिया गया है और इसकी वजह बने हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। अखिलेश ने अपनी प्रचार टीम से साफ कर दिया हैं कि अगर उसी दिन मोदी भी इलाहाबाद में रैली करेंगे तो रोड शो नहीं होगा। हालांकि अभी तक सपा-कांग्रेस के लोग 20 तारीख को ही रोड शो के लिये उत्साहित थे और तैयारियां भी चल रही थो। लेकिन अचानक उपर से आये आदेश ने कार्यकर्ताओ के जोश को ठंडा कर दिया।21 को होगा मेगा रोड शो [# ये हैं लोगों से 20 करोड़ से ज्यादा ठगने वाले बाप-बेटे ] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
मोदी की इलाहाबाद रैली के एक दिन बाद यानी 21 फरवरी को सपा-कांग्रेस गठबंधन का मेगा रोड शो होगा और इसे सीएम अखिलेश यादव व राहुल गांधी ही अंजाम देंगे। हालांकि अभी तक रोड शो के रूट का मैप तैयार नहीं किया जा सका है। क्योंकि अचानक से 20 फरवरी के रोड शो के कैंसिल होने के बाद अब फिर से पुलिस प्रशासन को अपनी रणनीति तैयार करनी होगी ।
भीड़ का भी मेगा शो
इलाहाबाद में अगर इन स्टार राजनेताओ के अलावा होगा तो वह होगा इनके प्रति दीवानगी रखने वालों की भीड़। क्योंकि मोदी की रैली में अमूमन अत्याधिक भीड़ हो जाती है और इस बार तो चुनावी माहौल है ऐसे में अंदावा की रैली में जनसैलाब रिकॉर्ड बनायेगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा।
वहीं सपा की सियासत का पिछले विधानसभा में अहम गढ बना चुका इलाहाबाद विश्वविद्यालय राहुल के पैतृक आशियाने व कांग्रेस के पुराने गढ में टीपू-युवराज की जोड़ी को देखने के लिये बंपर भीड़ उमड़ना भी तय है। भीड़ के इस मेगा शो में कौन भारी पड़ेगा यह देखना दिलचस्प होगा ।
20 को मोदी इलाहाबाद में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 20 फरवरी को इलाहाबाद में जनसभा रैली का आयोजन किया गया है। जिसकी तैयारी पूरे जोरशोर से चल रही है। इलाहाबाद के झूंसी अंदावा में यह रैली होगी ।
पहले यह रैली फाफामऊ विधानसभा के नवाबगंज इलाके में होनी थी। लेकिन बात नहीं बनी और केपी ग्राउंड से लेकर परेड मैदान तक की निरीक्षण किया गया। लेकिन रैली के लिये अंतिम मुहर झूंसी अंदावा के लिये हुई।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा थी मसलाअखिलेश-राहुल के रोड शो के लिए पार्टी की ओर से 20 तारीख ही मुकर्रर हुई थी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर जिला प्रशासन ने एक सीएम के कार्यक्रम को व्यवस्थित करने में असमर्थता जता दी। सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा का हवाला भी दिया है। जिसके बाद समाजवादी पार्टी की ओर से अखिलेश-राहुल का कार्यक्रम 21 को कर दिया गया ।
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