जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के विकास में मील का पत्थर साबित होने वाली कांग्रेस शासन के समय की चार बड़ी परियोजनाओं रिफाइनरी, जयपुर मेट्रो, डूंगरपुर-बांसवाडा-रतलाम रेल एवं परबन सिंचाई परियोजना पर प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कान्फ्रेन्सिंग में राजस्थान द्वारा चर्चा नहीं किये जाने को खेदजनक बताया है। गहलोत ने यहां एक बयान में कहा कि उपरोक्त परियोजनाओं को लेकर प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे राजस्थान की मुख्यमंत्री से बात कर इनको अविलम्ब शुरू करवायें ताकि लाखों युवा बेरोजगारों को रोजगार से वंचित नहीं रहना पडे। उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि रिफाइनरी एक महत्वपूर्ण परियोजना है जिससे राजस्थान को वंचित किया जा रहा है, जबकि आदिवासी क्षेत्र में डूंगरपुर बांसवाडा-रतलाम रेलवे लाइन क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर है। राजधानी जयपुर में मेट्रो का प्रथम चरण रिकार्ड समय में पूरा किया गया, लेकिन द्वितीय चरण अभी तक लटका हुआ है। प्रधानमंत्री खुद मेट्रो को देश में बढावा देने की बात करते हैं। परबन सिंचाई परियोजना से बारां-कोटा और झालावाड के किसानों को लाभ मिल सकेगा।
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