कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से 20 दिन पहले तृणमूल कांग्रेस के 12 छोटे-बडे नेता एक स्टिंग ऑपरेशन में फंस गए हैं। आरोप है कि इन नेताओं ने चेन्नई की एक कंपनी से 4 लाख से लेकर 50 लाख रुपए कैश लिए। कंपनी का बंगाल में बिजनेस सेट करने के एवज में यह पेमेंट हुआ। स्टिंग को तृणमूल ने साजिश करार दिया है। वहीं, बीजेपी ने ममता ने इस्तीफा मांगा है। स्टिंग ऑपरेशन को लेकर तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के बीच सोमवार को जमकर वाक युद्ध हुआ। यह स्टिंग ऑपरेशन एक वेबसाइट ने किया था, जिसमें सत्ताधारी दल कई नेताओं पर घूस लेने का आरोप लगाया गया है। स्टिंग ऑपरेशन नारद न्यूज ने किया है। विदित हो कि स्टिंग ऑपरेशन को जहां तृणमूल कांग्रेस ने बकवास बताते हुए इसे बदनाम करने अभियान बताया है, वहीं विपक्ष के नेता और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि जो दावा वाम मोर्चा शुरू से दावा कर रहा था, उसे स्टिंग ऑपरेशन ने साबित कर दिया है। अब छिपाने के लिए कुछ भी नहीं रहा। कथित रूप से घूस लेते हुए कैमरे में कैद तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का नाम पढ़ते हुए माकपा नेता मिश्रा ने कहा, शर्म की बात है कि यह सरकार बनी हुई है।
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