बाड़मेर। जिले में मलेरिया को लेकर प्रभावी निगरानी संभव नही हो पाई है। पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में जिला मुख्यालय के सबसे बड़े अस्पताल में बीते महीने भर में 47 से अधिक मलेरिया के मरीज आ चुके हैं। इसे उदासीनता की हद ही माना जाएगा कि मलेरिया की जांच के निजी लैब के आंकड़े तक चिकित्सा विभाग के पास तक नही हैं। इससे साफ जाहिर है कि मलेरिया के हालात बेकाबू हंै, लेकिन चिकित्सा विभाग इससे बेखबर बना हुआ है। बाड़मेर में मानसून बहुत अच्छे से मेहरबान नहीं हुआ। इसके बावजूद मलेरिया ने यहां पैर पसार दिए है। शहर के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सालय में बीते महीने भर 47 मरीज मलेरिया के आ चुके हैं। यहां हर रोज बुखार से आने वाले मरीजों की तादात सैकड़ों में है।
हर गांव में हैं बुखार-मलेरिया के मरीज
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