अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं से आग्रह किया है कि है कि वे शिक्षा अर्जित कर समाज एवं देश की मुख्य धारा से जुड़ें। सरकार ने प्रदेश से अशिक्षा एवं गरीबी दूर करने के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं, उनका लाभ उठाएं। प्रो. देवनानी बुधवार को सूचना केन्द्र में अल्पसंख्यक विभाग द्वारा आयोजित इल्म-ओ-हुनर की उड़ान समारोह में मुख्य अतिथि थे। [@ 7वें वेतनमान का तो अता-पता नहीं, अभी तक तो 5वें और छठे वेतनमान की विसंगतियां ही दूर नहीं ]
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि इल्म और हुनर के बिना जीवन अधूरा हैं। शिक्षा से जुड़ कर ही व्यक्ति आगे बढ़ सकता हैं। सरकार ने भी प्रत्येक बालक को शिक्षा से जोडऩे के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं, उनका लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि बालिकाओं की शिक्षा के लिए राजश्री योजना चला रखी है, जिसमें बालिका के जन्म से लेकर 12वी कक्षा तक उसे सरकार 50 हजार रुपए देती है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान मदरसा बोर्ड की अध्यक्ष मेहरून्निसां टाक ने कहा कि जिस उद्देश्य से आज मदरसों को कम्प्यूटर एवं सामग्री का वितरण किया जा रहा है, उनका पूर्ण उपयोग किया जाए। साथ ही ऋण की सुविधा का उपयोग कर उसको समय पर चुकाने की भी व्यवस्था रखें तथा अजमेर का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि आज ई-लर्निंग का जमाना है। इस मुख्य धारा से सभी जुड़ें। उन्होंने बताया कि मदरसा का भी अलग से पोर्टल बनाया गया है।
समारोह में 34 व्यक्तियों को 51 लाख रुपए के ऋण वितरित किए गए, जबकि सात मदरसों को 24 कम्प्यूटर सहित अन्य सामग्री का वितरण किया गया। इस मौके पर नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, आरसीडीईएस के उपाध्यक्ष फादर कोसमोस शेखावत, अल्प संख्यक अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हारून खान, जिला भाजपा अध्यक्ष अरविंद यादव मौजूद रहे।
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