कुआलालंपुर। उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के सौतेले भाई की हत्या के
मामले में एक महिला संदिग्ध ने कहा कि उसने घटना को अनजाने में शरारत समझा
था जिसके लिए उसे 90 डॉलर दिए गए थे। मलेशिया में इंडोनेशियाई उप राजदूत
आंद्रियानो एरविन ने कहा कि सिती आसिया ने मलेशियाई अधिकारियों को बताया कि
वह नहीं चाहती कि उसके माता-पिता उसे हिरासत में देखें।
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एक दिन पहले मलेशियाई जांच अधिकारियों ने यह खुलासा किया था कि कुलालालंपुर
हवाई अड्डे पर 13 फरवरी को किम जोंग नाम की हत्या के लिए खतरनाक रसायन
वीएक्स नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया गया। इससे पहले 25 साल की आसिया ने कहा
था कि उसे इस हमले में धोखे से शामिल किया गया, हालांकि अधिकारियों का
कहना है कि इसे और दो अन्य महिला संदिग्धों को अच्छी तरह पता था कि वे क्या
करने जा रही हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि यह मोटा, तैलीय विष निश्चित तौर पर देश के लैब में
निर्मित किया गया है और अंतरराष्ट्रीय संधि के तहत प्रतिबंधित है। मामले
में प्राथमिक संदिग्ध उत्तर कोरिया ने इस संधि पर हस्ताक्षर नहीं किया और
जटिल रासायनिक हथियार कार्यक्रम के विकास में दशकों का समय लगा दिया। हालांकि
किम जोंग नम अपने भाई के लिए राजनीतिक खतरा नहीं थे, वे देश की तानाशाही
में एक संभावित प्रतिद्वंद्वी हो सकते थे।
हमले के पीछे उत्तर कोरिया पर सीधे तौर से मलेशिया आरोप नहीं लगा रही है
लेकिन अधिकारियों का कहना है कि चार उत्तर कोरियाई पुरूषों ने दो महिलाओं
को जहर सौंपा था। हत्या के तुरंत बाद वे चारों मलेशिया से फरार हो गए।
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