इलाहाबाद। प्रतापगढ में लगातार हो रहे उपद्रव का क्रम देर रात इलाहाबाद में भी
दोहराये जाने की तैयारी थी। हालांकि समय रहते पुलिस ने मोर्चा संभाला और भाजपा
यूपी अध्यक्ष केशव मौर्य की सभा में घुसे सपाइयों को खदेड़ दिया। जिससे हंगामा
टकराहट में बदलने से पहले संभल गया। भाजपा की यह जनसभा इलाहाबाद के छोटा बघाड़ा
में रात 8 से 10 बजे तक आयोजित होनी थी। रात आठ बजे जैसे ही भाजपाई वहां एकत्र
होना शुरू हुये और मंच से संबोधन शुरू हुआ। सपाइयों ने वहां हंगामा कर दिया। ।
हालांकि केशव मौर्य ने इसे लेकर पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाये और कहाकि अब
सपाई गुंडागर्दी पर उतर आये हैं। [# चमत्कार! मंदिर में सांप, पुजारी और बदमाश...] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
मंच पर करना
चाहते थे कब्जा
इलाहाबाद के बेहद ही भीड़ भाड़ वाले इलाके छोटा बघाड़ा में रविवार की
रात सियासी जमघट तब हंगामे में बदल गया जब एनी बेसेंट कॉलेज में हो रही भाजपा
प्रदेशाध्यक्ष केशवप्रसाद मौर्य की सभा में सपा के युवा कार्यकर्ता पहुंच कर
नारेबाजी करने लगे। करीब सौ की संख्या में सपाई जनसभा में सपा के झंडे लेकर घुस गए
और मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगाते हुए मंच की ओर बढ़ने लगे। भाजपाइयों ने भी
सपा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
सायरन सुन
भागे सपाई
सपाई मंच पर कब्जा करने के प्रयास में थे कि तभी पुलिसके सायरन की
आवाज ने माहौल बदल दिया। पुलिस मौके पर पहुंच गई तो सपाई इधर उधर भागने लगे।
जिन्हे दौड़ाकर पुलिस ने दूर तक खदेड़ दिया। हालांकि जिस वक्त हंगामा हुआ उस
वक्त प्रदेशाध्यक्ष केशव मौर्य मंच पर नहीं पहुंचे थे। पुलिस ने तत्काल वहां माइक
बंद करवाया, इसकी वजह से करीब आधे घंटे वहां कार्यक्रम बाधित रहा और काफी
लोग वहां से चले भी गए।
कई थानों की
फोर्स पहुंची
इलाहाबाद में चुनावी जनसभा में बवाल की सूचना पर पूरे जिले मैं
अलर्ट कर दिया गया। मौके पर कई थानों की फोर्स समेत पुलिस अधिकारी भी पहुंच गये।
घटना के कुछ देर बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मंच पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि
समाजवादी पार्टी गुंडागर्दी कर रही है और यह गुंडागर्दी अब चलने वाली नहीं है।
पुलिस को
नहीं पता कि जनसभा है
अब इससे बड़ी और क्या लापरवाही होगी कि स्थान पुलिस को यह भी
नहीं पता था कि कालेज में जनसभा है। जबकि प्रशासन ने जनसभा की अनुमति दी थी।
गनीमत रही कि टकराव की नौबत नहीं आई, वर्ना पुलिस प्रशासन जवाब ही ढूंढते रहते ।
कर्नलगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि प्रशासन की जनसभा
की सूचना पुलिस को नहीं थी। इसलिये पहले से पुलिस तैनात नहीं थी।
अभिनेता गोविंदा की राजनीति में एंट्री: CM एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
मुजफ्फरनगर में पहले लगता था कर्फ्यू, अब निकल रही कांवड़ यात्रा : योगी
Daily Horoscope