मुंबई। सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा तो दिया गया है, लेकिन बड़ी लिस्टेड कंपनियों टीसीएस, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स और टाटा ग्लोबल बेवरेजेज के चेयरमैन पद से अगर उन्होंने खुद इस्तीफा नहीं दिया तो उन्हें हटाना टाटा ग्रुप के लिए मुश्किल हो सकता है। कॉर्पोरेट विधि विशेषज्ञों का कहना है कि मिस्त्री संभवत: खुद इन कंपनियों के बोर्ड से इस्तीफा दे देंगे। मगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो मामला फंस सकता है। उन्हें जबरदस्ती हटाने की प्रक्रिया लंबी और मुश्किल हो सकती है, क्योंकि ये कंपनियां पब्लिक शेयरहोल्डिंग के साथ कानूनी रूप से अलग इकाइयां हैं। मिस्त्री के ऑफिस ने दो बार इस बात से इनकार किया कि उनके ग्रुप ने कोई कैविएट दाखिल की है। इससे भी यह विश्वास मजबूत हो रहा है कि वह सेटलमेंट पर गौर कर सकते हैं।
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