नई दिल्ली। इंडोनेशिया में मादक पदार्थ की तस्करी के सिलसिले में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय नागरिक गुरदीप सिंह की जान अंतिम क्षणों में बख्श दी गई है और उन्हें वापस जेल भेजा है।
ड्रग्स तस्करी के आरोप में इंडोनेशिया में मौत की सजा पाए भारतीय नागरिक गुरदीप सिंह को बचाने के लिए भारत सरकार ने अंतिम वक्त तक राजनयिक कोशिशें कीं। गुरदीप समेत 14 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है, जिन्हें 28 जुलाई की रात मौत की सजा दी जानी थी।
इनमें से चार को मौत की सजा दे दी गई, यह जानकारी डेपुटी अटॉर्नी जनरल जनरल नूर रामचंद के हवाले से दी गई है। जिन लोगों को मौत की सजा दी गई है, उनमें से दो नाइजीरिया, एक सेनेगल से और एक इंडोनेशियाई है। बाकी दस लोगों की सजा की तारीख के बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है, इनमें भारतीय नागरिक गुरदीप भी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार रह्वात ट्वीट कर कहा था कि हम इसे रुकवाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। जालंधर निवासी 48 साल के गुरदीप को इंडह्वोनेशिया के सुकर्णो हट्टा हवाई अड्ेि से 12 साल पहले 2004 में गिरफ्तार किया गया था। उस पर आरोप था कि उसके पास से 200 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी।
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