अमृतसर। नवजोत सिंह सिद्धू के द्वारा चाहे गुरबाणी तो नहीं बोली गयी लेकिन गुरु गोबिंद सिंह जी के द्वारा कहे गए गए शब्द चिड़ियों से बाज़ लड़ाऊँ तबय गोबिंद सिंह नाम कहाऊं का कुछ हिस्सा कॉपी किया गया है जो आने वाले दिनों में विरोधी पार्टियों के द्वारा मुद्दा बना कर जनता के समक्ष पेश किया जा सकता है। सिद्धू के यह सब कहे जाने पर एसजीपीसी के द्वारा कड़ा संज्ञान लिया गया है एसजीपीसी अध्यक्ष किरपाल सिंह बडूंगर ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा है कि नवजोत सिंहसिद्धू पहले भी गुरबाणी के साथ छेड़छाड़ कर चुके है और अब यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वह जत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब को एक पत्र लिखकर सिद्धू पर कार्रवाई के लिए अपील करेंगे [@ Punjab election 2017: अकालियों से कौन भिड़ेगा -सिद्धू या कैप्टन] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
गौरतलब है की नवजोत सिंह सिद्धू के द्वारा पहले एक बार ऐसे ही गुरबाणी को तोड़ मरोड़ कर बोला गया था और सिख समुदाय में इसका काफी विरोध भी हुआ था और सिद्धू के द्वारा अपने सहयोगी के जरिये उसमे श्री अकाल तखत साहिब के जत्थेदार को लिखती माफीनामा भेज कर माफ़ी मांग ली गयी थी। जत्थेदार अकाल तखत के द्वारा उसको परवान भी कर लिया गया था , तब सिद्धू भाजपा के नेता थे और जत्थेदार श्री अकाल तखत के द्वारा यह कहा गया था की नवजोत सिंह सिद्धू गुरसिख नहीं है इसलिए उनको श्री अकाल तखत साहिब पर तलब नहीं किया जा सकता लेकिन अब नवजोत सिद्धू कांग्रेस में शामिल हो चुके है और उनके द्वारा पिछली बार आधी गुरबाणी बोली गयी और अब उनके द्वारा गुरबाणी कॉपी की गयी है अब देखना होगा की सिखों की धार्मिक अदालत श्री अकाल तखत साहिब इस पर क्या करवाई करते है।
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