नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व सीएम सुरजीत सिंह बरनाला का शनिवार को चंडीगढ के
पीजीआई अस्पताल में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।
21 अक्तूबर 1925 को हरियाणा के अटेली में जन्मे सुरजित सिंह ने लखनऊ से
अपनी पढाई पूरी की और 1942 में भारत छोडो आंदोलन में हिस्सा लिया। इसके बाद
ही वे राजनीति में उतरे। [@ Punjab election 2017- नशे के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़]
अकाली दल के नेतृत्व में हुए अकाली आंदोलन का
हिस्सा रहते हुए उन्हें कई बार जेल भी जाना पडा था। उन्होंने स्टोरी ऑफ एन
एस्केप नाम से एक किताब भी लिखी है।
शिरोमणि अकाली दल से राजनीति में आने वाने बरनाला 29 सितंबर 1985 को पंजाब
के 11वें सीएम बनें। वह केंद्र में मंत्री भी रहे। इसके अलावा वे तमिलनाडु,
उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के राज्यपाल भी
रहे।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने उनकी मौत पर दुख प्रकट किया ।
उन्होंने कहा कि वो प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उनके परिवार को इस कठिन
घडी का सामना कर सकने की ताकत दे।
उनकी मौत पर पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर दुख
जताया। उन्होंने लिखा, पूर्व मुख्यमंत्री बरनाला जी का मौत पर दुख है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
पांच डॉक्टरों के पैनल ने किया अंसारी का पोस्टमार्टम,गाजीपुर में होगा सुपुर्द-ए-खाक
लालू की 'फिरकी' में फंसी कांग्रेस, कन्हैया, पप्पू, निखिल 'आउट'
पीएम मोदी ने बिल गैट्स को दिए अच्छी जीवन शैली के मंत्र,यहां पढ़े
Daily Horoscope