इंदौर।
मध्य प्रदेश में फसलों को नुकसान पहुंचाने वाली नील गाय (रोजड़ो) को पकडऩे
के लिए वन विभाग के विशेष दल बनाए जाएंगे। पकड़ी गई नील गायों को सुरक्षित
स्थानों पर छोड़ा जाएगा। राज्य के वन मंत्री गौरी शंकर शेजवार ने शनिवार को
इंदौर में वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में नील गायों से फसलों को
होने वाले नुकसान की चर्चा करते हुए कहा कि इंदौर सहित रीवा और छतरपुर जिले
के खेतों में फसल हानि करने वाली नील गाय को पकडऩे के लिए वन विभाग द्वारा
दल बनाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों मंदसौर जिले में नील
गायों को पकडक़र सुरक्षित स्थान पर छोडऩे का प्रयोग सफल रहा है। इसी तरह के
प्रयास अन्य स्थानों पर भी होंगे। पकड़ी गई नील गाय को गांधी सागर, इंदिरा
सागर, ओंकारेश्वर परियोजना आदि वन अभ्यारण सहित अन्य क्षेत्रों में छोडक़र
कांटेदार घेराबंदी (फेंसिंग) में रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि फसलों
की रक्षा के साथ ही वन्य जीवों की रक्षा का दायित्व भी हमारा है, इसलिए ऐसा
रास्ता निकलेंगे, जिससे कि फसलों का नुकसान न हो और वन्य जीवों की रक्षा
भी हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वन्य जीवों से फसलों के नुकसान को बचाने
के लिए दीर्घकालीन योजना बनाई जाएगी।
आईएएनएस
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