पटना। नेपाल के तराई क्षेत्रों में एक सप्ताह से जारी बारिश के कारण बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। राज्य की प्रमुख नदियां कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और राज्य के विभिन्न जिलों के 300 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं। पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। वीरपुर बैराज में कोसी नदी के जलस्तर में भी वृद्घि देखी गई है। नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि सुबह 10 बजे तक वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर 2$ 30 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया, जबकि वाल्मीकिनगर बैराज में गंडक नदी का जलस्तर 2$ 06 लाख क्यूसेक दर्ज हुआ।
उन्होंने बताया कि कोसी में जलस्तर बढऩे की आशंका है। प्रसाद ने बताया कि बागमती नदी डूबाधार, ढेंग और सोनाखान, महानंदा ढेंगराघाट व झावा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कमलाबलान नदी भी झंझारपुर में खतरे के निशान को पार कर गई है। राज्य में सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और कटिहार जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
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