शिमला। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि हमारे प्रदेश की संस्कृति, रीति रिवाज एवं परंपराएं बेजोड़ हैं और इनसे हमारी एक अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि आजीविका के लिये दूसरे प्रदेशों में भी हिमाचल के लोगों ने अपनी समृद्व संस्कृति व परंपरओं को सहेज कर रखा है। वह दिल्ली में हिमाचल कल्याण सभा द्वारा आयोजित 46वें वार्षिक समारोह के अवसर पर बोल रहे थे। [@ शादीशुदा सरपंच बना मजनूं, महिला के साथ बातचीत की ऑडियो हुई वायरल]
डा. शांडिल ने सभा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि देश की राजधानी में हिमाचल के लोगों को एक मंच पर लाकर आपस में परिसंवाद करना तथा एक दूसरे की समस्याओं को समझना व समाधान करने में मदद करना हमारे मूल्यों को परिलक्षित करता है और आने वाली पीढ़ियों में भी इसका एक सकारात्मक संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम अपनी संस्कृति का प्रचार व प्रसार अन्य प्रदेशों के लोगों में भी करते हैं। लोगों के एक मंच पर आने से भाई बंधुत्व की भावना को बल मिलता है, वहीं राष्ट्रीय एकता को भी मजबूती मिलती है।
मंत्री ने संस्था को गतिविधियों के संचालन के लिये 21000 रुपये की राशि प्रदान की। इस अवसर पर हिमाचल कला भाषा एवं संस्कृति विभाग के कलाकारों ने हिमाचली लोक गायन व नृत्य से सभी को भाव.विभोर कर दिया। इस दौरान हिमाचली कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया।
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