करनाल। शिक्षा व्यवस्था में बेहतर सुधार के लिए अच्छे शिक्षक विद्यार्थियों के चहेते बन जाते है और समाज के लोग भी अच्छे शिक्षकों को पूरा मान-सम्मान देने से नहीं चूकते। शिक्षा समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसलिए जरूरत इस बात की है कि शिक्षक सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहित की कल्याणकारी योजनाओं परियोजनाओं और स्कीमों को अमलीजामा पहनाने में अपना बेहतर योगदान दें। यह बात डीसी मंदीप सिंह बराड़ ने स्थानीय विकास सदन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कही। उपायुक्त ने कहा कि स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आए बच्चों को पूरी तरह शिक्षित करके आगे बढ़ाना शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है। इस जिम्मेदारी को शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी और शिक्षक पूरी तरह से नहीं निभा रहे हैं,इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को बदलते परिवेश के दृष्टिगत कैशलेस व्यवस्था के बारे में भी जागरूक करें। विद्यार्थी समाज और राष्ट्र के भावी कर्णाधार होते है,जो बुनियादी स्तर पर उन्हें सिखाया जाएगा,बड़े होकर यही सीख उनके आचरण का हिस्सा बन जाएगी। इसलिए शिक्षक बच्चों को सामाजिक सीख भी दें। बैठक के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षक शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए अपनी सोच को और सकारात्मक बनाएं।
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