बलवंत तक्षक [@ एक ऐसा मंदिर जिसमें शिला रूपी स्वयंशम्भू का आकार बढ़ रहा है ] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और आप ने युवा पीढ़ी के नशे की गिरफ्त में होने को ले कर बादल सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किए और जवाब में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इन आरोपों पर देश-दुनिया में पंजाब को बदनाम करने की साजिश करार देते रहे, लेकिन पिछले एक महीने के दौरान पंजाब में पकड़े गए नशे के मामलों पर नजर दौड़ाई जाए तो अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के लिए हकीकत से मुंह मोडऩा मुश्किल होगा।
पंजाब में चुनाव आचार संहिता लागू होने से मतदान से एक दिन पहले तक 31 करोड़ रुपए का नशा पकड़ा है। पकड़ी गई ड्रग्स में अफीम, भुक्की, हेरोईन, कोकीन, चरस आदि शामिल हैं। चुनाव प्रचार के दौरान स्पेशल नाके लगा कर ड्रग्स के अलावा शराब, सोना और बड़ी मात्रा में नकदी भी पकड़ी गई है। एक महीने की अवधि में 2,142 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें 75 फीसदी मामले ड्रग्स व शराब से संबंधित हैं। चुनाव के दौरान नोडल अफसर रहे पंजाब पुलिस के एडीजीपी वीके भावरा ने कहा, पकड़े गए नशे के मामलों की जांच जारी है, जांच के बाद ही खुलासा होगा कि इसके पीछे कौन लोग हैं? इस दौरान 2,120 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उधर, मतदान के दिन नशेड़ी बेटे के हाथों तेजधार हथियार से पिता का कत्ल करने के मामले का खुलासा हुआ है। पंजाब के बरनाला में केवल सिंह ने अपने बेटे जगदीश को चिट्टे का नशा करने से रोका था, जिसकी कीमत उसे जान दे कर चुकानी पड़ी। जगदीश के नशे की गिरफ्त में आने के बाद उसकी सारी जमीन बिक गई और इस वजह से घर में रोज ही लड़ाई होती रहती थी। पिता का कत्ल करने के बाद जगदीश ने उसकी लाश को घर में ही दफना दिया, लेकिन राज खुल गया और जगदीश पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
इस बीच आप के वरिष्ठ नेता और दाखा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हरविंदर सिंह फूलका ने एक बार फिर दोहराया है कि 11 मार्च के बाद उनकी सरकार बनने पर नशे के कारोबार पर ब्रेक लगाते हुए इसमें शामिल लोगों को जेल भेजा जाएगा। फूलका ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे कुछ नेता नशे का कारोबार चला रहे हैं। अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के चलते गली-गली में नशा बिक रहा है और नशे की गिरफ्त में आये लोगों को इससे बचाने के कोई प्रबंध नहीं किए जा रहे हैं। लुधियाना में नशामुक्ति केंद्रों का जायजा लेने पहुंचे फूलका को लोगों ने बताया कि ब्राउन रोड पर बना सेंटर काफी समय से बंद पड़ा है। सिविल अस्पताल सेंटर में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों ने फूलका के सामने शिकायतों का अंबार लगा दिया। आप की सरकार बनने के बाद नशामुक्ति केंद्रों की स्थिति में सुधार के साथ ही इनकी तादाद बढ़ाने का जिक्र करते हुए फूलका ने दोहराया कि पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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