शिमला। डीएनए टैस्ट की रिपोर्ट से लापता ध्रूव लखनपाल (27) केस का खुलासा हो गया है। 14 माह से लापता लोअर बाजार के कारोबारी ध्रूव लखनपाल की मृत्यु हो गई है। छह माह पहले शहर के कृष्णा नगर में मिला क्षत-विक्षत शव ध्रूव का ही था। इसका शव संदिग्ध हालात में पड़ा मिला था। अब डीएनए रिपोर्ट में अज्ञात शव का डीएनए ध्रूव से मैच हुआ है। दरअसल ध्रूव के लापता होने के बाद पुलिस को उसके कमरे से खून की बूंदें मिली थी, जिसकी फारेंसिक जांच हुई और वह ध्रूव की ही निकली। इसके बाद पुलिस ने शहर के कृष्णा नगर इलाके में एक शव गली-सड़ी हालत में बरामद किया, जिसकी पहचान करना संभव नहीं हो पा रहा था। लिहाजा जांच के लिए उसका डीएनए करवाया गया। फारेंसिक लैब जुन्गा के एक अधिकारी ने बताया कि शव का डीएनए ध्रूव की खून की बूंदों के डीएनए के साथ मिल गया है। [@ Punjab election 2017- नशे के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़]
इस तरह लगभग एक साल के लंबे इंतजार के बाद यह बहुचर्चित मामला सुलझ गया है। सीआईडी इस मामले की जांच कर रही थी। गौरतलब है कि लोअर बाजार का 27 वर्षीय युवक धु्रव लखनपाल सात दिसंबर 2015 से लापता था। परिजनों के मुताबिक ध्रूव 7 दिसंबर की रात को अपने कमरे में सोया था और सुबह उसका कमरा देखा तो वह वहां से लापता था। पहले परिजनों को लगा कि शायद ध्रूव सुबह की सैर पर गया होगा लेकिन जब काफी देर बाद भी वह नहीं लौटा तो परिवार चिंतित हो गया।
इसके बाद उसकी तलाश शुरू हुई और शहर में संभावित जगहों के अलावा रिश्तेदारों के यहां भी तलाशा गया, जब युवक कहीं भी नहीं मिला तो परिजनों ने सदर थाना पुलिस को इसकी सूचना दी, वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। करीब 10 माह तक गुमशुदगी का यह मामला पुलिस के पास पड़ा रहा और हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीते सितंबर माह में इसकी जांच सीआईडी को दी गई। जांच को आगे बढ़ाने के लिए सीआईडी ने अब एक विशेष जांच दल गठित किया था।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope