कोटा। जिले में डेंगू से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रशासनिक आंकड़े भले ही कम बताए जा रहे हों, लेकिन सच्चाई तो यह है कि इस बार डेंगू के कारण मरने वालों का रिकॉर्ड टूट गया है। सबसे गंभीर बात यह है कि डेंगू नए रूप में पीडि़तों को मौत दे रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक डेंगू से रोगियों को मल्टी ऑर्गन फेल्योर की शिकायत हो रही है। इस कारण रोगी को बचाना संभव नहीं हो पा रहा और उनकी मौत हो रही है। ऐसे में अब शहर की जनता ने डेंगू से शहर के लोगों को बचाने का जिम्मा उठाया है। कई इलाकों में काढ़ा बनाकर पिलाया जा रहा है, ताकि डेंगू जैसी घातक बीमारी से बचाव हो सके। वहीं कोटा के सीएमएचओ डॉ. आर. एन. यादव का कहना है कि डेंगू जैसी घातक बीमारी के लिए कोई दवाई नहीं है, लेकिन सावधानी इसका सबसे बड़ा उपचार है। वहीं डेंगू से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपचार भी किया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 550 डेंगू पॉजिटिव रोगी सामने आ चुके हैं। जिनमें से तीन मरीजों की मौत हो चुकी है। ऐसे में शहर के अस्पतालों में डेंगू के लिए अलग से वार्डों की भी व्यवस्था की गई है। जिनमें डॉक्टर्स 24 घंटे उपलब्ध हैं।
यह भी पढ़े :चायवाले के बाद अब तरकारीवाली का दीवाना हुआ सोशल मीडिया
यह भी पढ़े :प्रत्यूषा बनर्जी की आखिरी कॉल में खुलासा, बेचने नहीं...
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope