अंबाला। शहर के वाल्मिकी मौहल्ले की रहने वाली 80 वर्षीय जुमइया देवी की मौत के बाद प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठने लगे है। जानकारी के अनुसार मृतका को पिछले कई दिनों से डेंगू से पीडि़त थी। लेकिन अभी उनके मौत की सही वजह नहीं पता लग सकी है। गौरतलब है कि अंबाला में चिकनगुनिया व डेंगू से पीडि़त मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जुमईया देवी के बेटे ओमप्रकाश ने बताया कि उनकी माता की तबियत पिछले कई दिनों से खराब थी। उन्हें यहां के स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया जहां उनके टेस्ट किए गए। डिस्पेंसरी में की गई जांच में टेस्ट पॉजिटिव आया। जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई ले गए। इसके बाद बुधवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष निर्मल सिंह ने कहा है कि यहाँ फैले डेंगू की प्रशासन रोकथाम नही कर पा रहा है। वहीं गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जुमईया देवी की मौत डेंगू से होने की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जाँच के आदेश दिए गए है।
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