नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड मामले में सोमवार को संसद में जमकर घमासान
मचा। राज्यसभा में पहली बार सत्तापक्ष और विपक्ष के बजाय कांग्रेस और
तृणमूल के सांसद आमने-सामने आ गए। टीएमसी ऑगस्टा केस पर चर्चा चाहती है,
जबकि कांग्रेस गुजरात में पेट्रो कॉरपोरेशन पर कैग रिपोर्ट का मामला सदन
में उठाना चाह रही है। हंगामे को देखते हुए चेयरमैन ने टीएमसी सांसद
सुखेंदु शेखर रॉय को बाहर निकाल दिया। अपने सांसद पर कार्रवाई के विरोध में
टीएमसी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए।
सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही
पांच बार स्थगित हुई। 2 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस
सांसदों ने गुजरात के पेट्रोलियम कॉरपोरेशन पर कैग रिपोर्ट को लेकर हंगामा
शुरू कर दिया। इसके बाद चेयरमैन को फिर से कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी,
वहीं मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, जब राज्य की पीएसी इसको
डिस्कस कर रही है तो इसका कोई औचित्य नहीं है कि केंद्र भी चर्चा करे।
दरअसल,
कांग्रेस और टीएमसी दोनों दलों के नेता अपने-अपने मुद्दों के साथ वेल में
आकर नारेबाजी कर रहे थे। चेयरमैन ने इसी क्रम में टीएमसी सांसद रॉय से कई
बार बैठने के लिए कहा, जिसे उन्होंने अनसुना कर दिया। इसके बाद सांसद को
रूल 255 का दोषी मानते हुए सदन से बाहर निकल जाने को कहा गया।
इससे पहले
शून्यकाल में कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने गुजरात स्टेट पेट्रो निगम
पर कैग रिपोर्ट पर चर्चा के लिए नोटिस दिया, जिसका टीएमसी ने विरोध किया।
टीएमसी के सांसद सोमवार को कार्यवाही शुरू होने से पहले ही स्थगन प्रस्ताव
देकर ऑगस्टा वेस्टलैंड मामले में चर्चा की मांग कर चुके हैं, लिहाजा,
कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। सांसद वेल में उतरे तो सदन को
सबसे पहले 11:30 बजे तक के लिए, फिर 12 बजे तक के लिए, फिर 12:30 तक के
लिए, फिर 2 बजे के लिए और अब 3 बजे तक के लिए स्थगित किया गया।
गुलाम नबी के खलिाफ विशेषाधकिार हनन प्रस्ताव
लोकसभा की 102 सीटों के लिए मतदान जारी, आठ केंद्रीय मंत्री, पूर्व राज्यपाल, दो पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में
आशुतोष शर्मा की धुआंधार पारी के बावजूद मुंबई के खिलाफ पंजाब नौ रन से हारी
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope