बीजिंग। चीन ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में वह प्राथमिकता के आधार पर तैरते परमाणु संयंत्र विकसित करेगा। उसकी यह कवायद विवादित समुद्रीय क्षेत्र में मौजूद द्वीपों पर बिजली आपूर्ति बढ़ाने के लिए है। [@ गजब का टैलेंट, पैरों से पत्थर तराश बना देते हैं मूर्तियां] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री फॉर नेशनल डिफेंस में उप निदेशक वांग यिरेन ने बताया कि समुद्री गैस के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और समुद्रीय परियोजनाओं को स्थायी ऊर्जा उपलब्ध करवाने की खातिर आगामी पांच वर्षों में चीन तैरते परमाणु प्लेटफॉर्म के विकास को प्राथमिकता देगा। वांग ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी दैनिक को बताया कि चीनी अधिकारी संबद्ध मूलभूत तकनीकों और समुद्रीय परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के मानकीकरण पर पहले ही शोध कर चुके हैं।
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