नई दिल्ली। सीबीआई ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम स्थित शांति
निकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय के पांच परिसरों पर छापे मारे।
केंद्र सरकार के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ये छापे
विश्वविद्यालय के बर्खास्त कुलपति सुशांत दत्तगुप्ता द्वारा की गई कथित
गडबडियों के सिलसिले में मारे गए।
सीबीआई ने कोलकाता के दो,भुवनेश्वर के दो
ठिकानों की भी तलाशी ली।
आरोप यह है कि दत्तगुप्ता के कार्यकाल में नियुक्ति प्रक्रिया में
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया
गया। सूत्रों का कहना है कि दत्तगुप्ता पर एक साथ जवाहर लाल नेहरू
विश्वविद्यालय (जेएनयू) से पेंशन लेने और विश्व भारती विश्वविद्यालय से
वेतन निकालने का भी आरोप है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि
दत्तगुप्ता ने अन्य आरोपी अधिकारियों से सांठगांठ करके यूजीसी के
दिशानिर्देशों की अवहेलना कर अवैध ढंग से श्यामला राय नायर को कुलसचिव
(डिप्टी रजिस्ट्रार) के रूप में नियुक्त कर दिया।
दत्तगुप्ता को वर्ष 2011 में नियुक्त किया गया था। उन्होंने मंत्रालय की
तथ्यान्वेषण समिति की वैधता को चुनौती दी थी, लेकिन कलकत्ता उच्च न्यायालय
ने उनकी याचिका खारिज कर दी था। इस विश्वविद्यालय की स्थापना पहले गैर
यूरोपीय नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने 1921 में की थी और इसे
1951 में केंद्रीय विश्वविद्यालय घोषित किया गया था।
(आईएएनएस)
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