अभिषेक मिश्रा,लखनऊ। देशभर में सोमवार से सहालगों को दौर फिर शुरू हो गया है। लेकिन सबको चिंता है कि आखिर शहनाई कैसे बजेगी। क्योंकि आरबीआई ने शादी के पैसे निकालने की 2.5 लाख की सीमा 31 दिसंबर तक ही रखी थी। इसके बाद इस बारे में कोई आदेश अभी तक नहीं आया। बड़े खर्चो के लिए लोगों की आस फिर बैंकों पर आकर टिक गई। शादी की जरूरतों को पूरा करने में बैंक किस हद तक सहयोग देंगे, इस बात को लेकर लोगों में संशय बरकरार है। आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी के फैसले और नकदी निकासी की सीमा तय करने के बाद शादी की तैयारी में जुटे लोग परेशान हो गए। फिर सहालग का दौर लौटा तो निकासी की 24,000 की सीमा से लोगों की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में परिवार वालों को दिक्कतें आनी जाहिर है। अभी तक आरबीआई ने अभी तक कोई नया आदेश जारी नहीं किया है।
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